‘मुझे आतंकी बना दिया…’, मालेगांव ब्लास्ट केस में बरी होने के बाद क्या बोलीं साध्वी प्रज्ञा?

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मालेगांव शहर में हुए एक घातक विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक विशेष अदालत 17 साल बाद आखिरकार 31 जुलाई यानी आज अपना फैसला सुना दिया। NIA की विशेष अदालत ने पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित (सेवानिवृत्त) सहित इस मामले के सभी सात मुख्य आरोपियों को बरी कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का बयान सामने आया है।
‘मेरा जीवन बर्बाद कर दिया’
अदालत के फैसले के बाद पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि मेरा जीवन बर्बाद कर दिया, मुझे अपमानित किया, आतंकी बना दिया। यह मामला राजनीतिक रूप से बेहद संवेनशील रहा। कांग्रेस सरकार में पहली बार भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया था।
जानें पूरा घटनाक्रम
घटनाक्रम के अनुसार 29 सितंबर 2008 को लोग रमजान का महीना व नवरात्रि के त्योहार में व्यस्त थे। रात करीब 9 बजकर 35 मिनट पर मालेगांव के भीखू चौक पर बम ब्लास्ट हुआ। चारों तरफ धुआं और लोगों की चीखों की आवाज सुनाई देनी लगी। 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। 100 अधिक लोग घायल हो गए थे। बता दें कि नासिक जिले का मालेगांव मुस्लिम बहुत है।
कोर्ट ने 19 अप्रैल को सुरक्षित रखा था आदेश
अदालत ने 17 साल लंबी चली सुनवाई के बाद 19 अप्रैल को सभी सात आरोपियों के खिलाफ फैसला सुरक्षित रख लिया था। 8 मई फैसला सुनाने की तिथि तय की गई थी। सभी आरोपियों को इस दिन पेश होने का आदेश दिया गया था, लेकिन फिर कोर्ट ने 31 जुलाई फैसला सुनाने की तिथि तय कर दी थी।
