AAP ने चला ये बड़ा दांव, पूरे देश में चलाएंगे अभियान; उतारी 3000 कार्यकर्ताओं की टीम

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रेस वार्ता में वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने देश की शिक्षा व्यवस्था पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत में प्राथमिक शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है। इसीलिए AAP की ओर से एक शिक्षा अभियान चलाकर देशभर में संचालित जर्जर स्कूलों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके लिए तीन हजार कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
चीन, जापान और कोरिया का दिया उदाहरण
मनीष सिसोदिया ने कहा कि विश्व के कई देश जैसे जापान में पांचवीं कक्षा के बच्चों को AI आधारित शिक्षा दी जा रही है। चीन व कोरिया शिक्षा AI पर विशेष ध्यान दे रहे हैं लेकिन भारत में बच्चे जर्जर इमारतों और टूटी छतों वाले स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं। दसवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में भी AI जैसे आधुनिक विषयों का अभाव है।
स्कूलों की दशा सुधारने की मुहिम
सिसोदिया ने घोषणा की कि आप के तीन हजार कार्यकर्ता 1 अगस्त से 7 अगस्त तक देशभर के ग्रामीण स्कूलों का दौरा करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य स्कूलों की बदहाल स्थिति पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करना है।
कार्यकर्ता स्कूलों की इमारतों, बुनियादी सुविधाओं और शिक्षा की गुणवत्ता का जायजा लेंगे। इस रिपोर्ट को प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।
बच्चों के भविष्य के लिए जंग
उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य देश का भविष्य है। टूटी छतों और असुरक्षित स्कूलों में अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। हमारा यह अभियान केवल स्कूलों की स्थिति सुधारने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन की मांग करता है।
कार्यकर्ता प्रशासन के साथ मिलकर स्कूलों की मरम्मत और आधुनिकीकरण के लिए दबाव बनाएंगे। इस पहल से AAP शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने और बच्चों को सुरक्षित भविष्य देने की दिशा में काम करेगी।
