Facebook Twitter Instagram youtube youtube

बिहार चुनाव परिणाम पर कांग्रेस का विरोध : रुझानों में हार के बाद प्रदर्शन , लगाए आरोप

 बिहार चुनाव परिणाम पर कांग्रेस का विरोध : रुझानों में हार के बाद प्रदर्शन , लगाए आरोप
Spread the love

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। शुरुआती रुझानों में स्पष्ट हो रहा है कि इस बार का चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पक्ष में जाता दिख रहा है। भाजपा , जनता दल (यूनाइटेड) , लोजपा (RV) और अन्य सहयोगी दलों ने मिलकर निर्णायक बढ़त बनाई है , जिससे महागठबंधन और अन्य विपक्षी दलों की उम्मीदें टूटती नजर आ रही हैं। इस बीच , कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है , जिन्होंने दिल्ली में 24 अकबर रोड पर विरोध प्रदर्शन कर केंद्र और चुनाव आयोग पर आरोप लगाए हैं।

अब तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार , बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से NDA गठबंधन 200 से अधिक सीटों पर आगे चल रहा है। भाजपा , जेडीयू , लोजपा (RV) जैसे प्रमुख दलों ने मिलकर इस चुनाव में मजबूत प्रदर्शन किया है। वहीं , महागठबंधन , जिसमें राजद , कांग्रेस , लेफ्ट और VIP शामिल हैं , का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है। इन दलों को सिर्फ 36 सीटें प्राप्त हुई हैं , जबकि राजद केवल 22 सीटें ही जीत पाया है। कांग्रेस का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा है , जहां वह केवल 4 सीटों पर ही आगे है।

रुझानों के सामने आने के बाद से ही कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए हैं। उन्होंने दिल्ली में 24 अकबर रोड पर विरोध प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार पर बिहार चुनाव को ‘ लूट ’ करने का आरोप लगाया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘ वोट चोरी गद्दी छोड़ ’ और ‘ पहले लड़े गोरों से , अब लड़ेंगे चोरों से ’ जैसे नारे लगाए। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्होंने बीजेपी और केंद्र सरकार पर चुनावी धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बिहार चुनाव के परिणाम उनके साथ ‘ साजिश ’ के तहत किए गए हैं।

बिहार चुनाव के परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा , “ हमें इन रुझानों को स्वीकार करना होगा। यह बिहार के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं जनता के फैसले का सम्मान करता हूं , लेकिन यह परिणाम बिहार के लिए निराशाजनक हैं। ” उन्होंने आगे कहा कि जनता को अपने फैसले का अधिकार है , और लोकतंत्र में यही प्रक्रिया है।

वहीं , राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार का चुनाव जनता की प्राथमिकताओं , विकास के मुद्दों और स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित रहा है। विपक्षी दलों को अपनी रणनीति में सुधार करने की आवश्यकता है , ताकि आने वाले दिनों में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के शुरुआती रुझान स्पष्ट कर रहे हैं कि NDA का पलड़ा भारी है। हालांकि , अंतिम परिणाम आने में अभी कुछ समय बाकी है , लेकिन विपक्षी दलों की निराशा साफ दिख रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता का विरोध प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि राजनीतिक माहौल गर्म है और आने वाले दिनों में और उथल – पुथल देखने को मिल सकती है। राजनीतिक विश्लेषक इस चुनाव को बिहार की राजनीति में एक नई दिशा के रूप में देख रहे हैं , जबकि सभी दलों को अपनी – अपनी रणनीतियों पर विचार करने का अवसर मिलेगा। बिहार चुनाव का परिणाम न केवल राज्य की राजनीति को बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। – Report by : वंशिका माहेश्वरी

 

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *