कपूरथला पुलिस को राजा वड़िंग के खिलाफ बूटा सिंह के बेटे की शिकायत
चंडीगढ़ / पंजाब : पंजाब में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में , पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के खिलाफ एक शिकायत के आधार पर पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। यह शिकायत बूटा सिंह के पुत्र सरबजोत सिंह सिद्धू द्वारा कपूरथला के एसएसपी को दी गई थी। इस शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वड़िंग के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यह मामला तब सुर्खियों में आया जब वड़िंग ने दिवंगत पूर्व गृहमंत्री और दलित नेता बूटा सिंह के बारे में अभद्र टिप्पणी की। इस टिप्पणी ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर बवाल मचा दिया। बूटा सिंह का नाम जाति और नस्ल के आधार पर अपमानजनक टिप्पणी के रूप में उछला , जिसके बाद उनके पुत्र ने पुलिस में शिकायत दी। शिकायत के आधार पर ही वड़िंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है , जिसमें विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस पूरे विवाद के बीच राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई की है। आयोग ने तरन तारन के डीसी से सात दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है , जिसमें यह देखा जाएगा कि वड़िंग के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि यदि समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई तो संबंधित अधिकारियों को तलब किया जाएगा। यह कदम भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग द्वारा लगाए गए जाति आधारित आरोपों के बाद उठाया गया है।
इसी क्रम में , पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने भी रिटर्निंग अधिकारी तरन तारन की रिपोर्ट को असंतोषजनक माना है। आयोग ने इस रिपोर्ट के आधार पर जिला चुनाव अधिकारी और डीसी को 6 नवंबर को पेश होने का आदेश दिया है। आयोग ने यह भी पूछा है कि आचार संहिता के उल्लंघन को देखते हुए वड़िंग को जिले की सीमा से बाहर क्यों नहीं किया गया।
जसवीर सिंह गढ़ी , चेयरमैन ऑफ पंजाब अनुसूचित जाति आयोग , ने बताया कि सहायक रिटर्निंग अधिकारी और नायब तहसीलदार जसविंदर सिंह ने जो रिपोर्ट दी थी , वह संतोषजनक नहीं थी। इसलिए , आयोग ने जिला चुनाव अधिकारी को तलब किया है। वड़िंग को भी 6 नवंबर को आयोग के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में वड़िंग को दिखाया गया है कि उन्होंने रंग और नस्ल के आधार पर जानबूझकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि वड़िंग ने अपनी माफी मांगी है , जिससे मामले को खत्म करने का प्रयास किया गया है। हालांकि , आम आदमी पार्टी का लीगल सेल इस मामले में एससी / एसटी एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। चीमा ने कहा कि वड़िंग का यह बयान जातिवादी अहंकार से प्रेरित है और यह पहली बार नहीं है कि कांग्रेस नेताओं ने दलितों का अपमान करने वाले बयान दिए हैं।
इसके अतिरिक्त , कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि वड़िंग की रंग – आधारित टिप्पणी संविधान का उल्लंघन है और यह उनके जाति – विशेष के प्रति सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान की कड़ी निंदा होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
यह पूरा मामला पंजाब में जाति – आधारित टिप्पणियों और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को उजागर करता है। पुलिस की जांच और आयोगों की कार्रवाई यह दिखाती है कि सरकार एवं संबंधित संस्थान इस तरह की भाषा और व्यवहार को मंजूरी नहीं देंगे। जैसे – जैसे मामले की सुनवाई आगे बढ़ रही है , सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या कार्रवाई की जाएगी और क्या इससे समाज में जातिगत भेदभाव के खिलाफ जागरूकता बढ़ेगी। – Report by : वंशिका माहेश्वरी



