दिनदहाड़े हत्या, आरोपी कैसे थाने से गुजा? तेजस्वी ने सवाल उठाए।
बिहार में आगामी पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान 6 नवंबर को निर्धारित है। इस चुनावी माहौल में मोकामा में हुई एक सनसनीखेज हत्या ने राजनीतिक तापमान को और भी बढ़ा दिया है। हत्याकांड में मृतक दुलारचंद यादव के परिवार और समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा है, वहीं आरोपी बनाए गए जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह पर सवाल उठ रहे हैं। इस हत्याकांड को लेकर विपक्षी महागठबंधन के नेता और आरजेडी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने सीधे तौर पर अनंत सिंह का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उन्होंने सवाल खड़े किए हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि, “दिनदहाड़े हत्या होने के बाद भी आरोपी आसानी से थाने के सामने से गुजर रहा है। वह अपने काफिले के साथ बंदूकें और गोलियां लेकर घूम रहा है। हत्या का मामला दर्ज होने के बावजूद भी किसी पर कार्रवाई नहीं हो रही है। यह सब देखकर साफ है कि अपराधी बेखौफ हैं और सत्ता में बैठे लोग उन्हें संरक्षण दे रहे हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अपराधियों का संरक्षण सत्ता पक्ष के लोग कर रहे हैं, और चुनाव आयोग भी इस स्थिति पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने पूछा, “चुनाव आयोग कहां है? क्या चुनाव आयोग मर चुका है? क्या इसका कानून सिर्फ विपक्ष के लिए है? सत्ता में बैठे लोगों के लिए नहीं?” उन्होंने कहा कि इस तरह के हालात में अपराधी बेलगाम हो गए हैं और कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सजग और जागरूक रहें, ताकि इस तरह के अपराध रुक सकें और निष्पक्ष चुनाव हो सके।
इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार के चुनावी रण में नई उबाल ला दी है। विपक्षी नेताओं का मानना है कि अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है। वहीं, सत्ता पक्ष इसे राजनीतिक साजिश करार दे रहा है। लेकिन अब देखना यह है कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है और बिहार की राजनीति में क्या बदलाव होते हैं।



