UPSC छात्र हत्याकांड : एक साल पहले मां-बाप ने तोड़ा रिश्ता , अखबार में दिया इश्तेहार
दिल्ली / मुरादाबाद : दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र रामकेश मीणा की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी अमृता चौहान से उसके मां – बाप ने एक साल पहले ही रिश्ता तोड़ लिया था। उन्होंने अखबार में इश्तेहार देकर अमृता को अपनी चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया था। अमृता अपने परिजनों को बार – बार जेल भिजवाने की धमकी देती थी , जिससे परेशान होकर परिवार ने उससे दूरी बना ली थी।
मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र के मिलक पंडित नगला निवासी राजवीर सिंह और कामिनी दोनों शिक्षिक हैं। दंपती ने अपनी बेटी अमृता चौहान से करीब एक साल पहले रिश्ता खत्म कर लिया था। राजवीर सिंह ने अखबार में एक नोटिस प्रकाशित कराया था , जिसमें लिखा था कि उनकी बेटी गलत संगत में पड़ चुकी है और विरोध करने पर परिवार को धमकाती है। 8 जुलाई को उन्होंने अमृता को अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया था। अमृता के दो भाई हैं , एक दिल्ली में और दूसरा मुरादाबाद में पढ़ाई करता है।
अमृता ने बीएससी फॉरेंसिक साइंस के बाद बीएससी कंप्यूटर साइंस में दाखिला लिया था। लेकिन पढ़ाई के साथ – साथ वह अपने रिश्तों और निजी विवादों में उलझती चली गई।
5 अक्टूबर की रात दिल्ली के तिमारपुर इलाके में यूपीएससी की तैयारी कर रहे रामकेश मीणा (32) की गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस जांच में सामने आया कि अमृता चौहान ने अपने पूर्व प्रेमी सुमित कश्यप (27) और उसके दोस्त संदीप कुमार (29) के साथ मिलकर रामकेश की हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस के मुताबिक, रामकेश के पास अमृता के अश्लील वीडियो और फोटो एक हार्ड डिस्क में थे। अमृता बार – बार उन्हें मांगती रही , लेकिन रामकेश ने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद अमृता ने अपने पूर्व प्रेमी सुमित से संपर्क किया और हत्या की योजना बनाई।
पुलिस जांच में पता चला कि 5 अक्टूबर की रात तीनों आरोपी रामकेश के कमरे में पहुंचे। उन्होंने पहले उसका गला दबाकर हत्या की, फिर पेट्रोल डालकर शव को जलाने की कोशिश की ताकि यह आग से हादसा लगे। यहां तक कि आरोपियों ने एलपीजी सिलिंडर खोलकर आग में रख दिया , ताकि धमाका हो और सबूत न बचे। पुलिस को मौके से जला हुआ शव , रसोई का सामान और टूटी हार्ड डिस्क मिली।
दिल्ली पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक युवती और दो युवक रामकेश के फ्लैट के आसपास नजर आए। लोकेशन ट्रैक करने पर पता चला कि वारदात वाली रात अमृता की लोकेशन भी वहीं थी। पूछताछ में अमृता ने अपराध कबूल कर पूरी हत्या की कहानी बताई।
. सुमित कश्यप, मुरादाबाद के नागफनी इलाके का निवासी है और एलपीजी सिलिंडर डिलीवरी का काम करता है। उसकी अमृता से पहले प्रेम कहानी रही , जो बाद में खत्म हो गई थी।
. सुमित ने शादी कर ली थी , लेकिन अमृता के फोन आने पर वह फिर उससे मिलने दिल्ली पहुंच गया।
. संदीप कुमार , जो पीटीसी में प्राइवेट सफाईकर्मी था , सुमित का दोस्त था और सिर्फ मदद करने गया , लेकिन हत्या में शामिल हो गया।
हत्या के बाद अमृता और सुमित ने 6 घंटे तक शव जलाने की साजिश रची। उन्होंने रामकेश को बेड पर लिटाया, रसोई का घी और शराब डालकर आग लगाई, ताकि शव पूरी तरह जल जाए। लेकिन आग बुझाई जाने के बाद पुलिस को हत्या के सबूत मिल गए और राज खुल गया।
दिल्ली पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि यह मामला पूर्व नियोजित हत्या का है और सभी आरोपियों से लगातार पूछताछ जारी है।
यह मामला न केवल रिश्तों की कड़वाहट का उदाहरण है बल्कि यह भी दर्शाता है कि डिजिटल सामग्री के दुरुपयोग और निजी प्रतिशोध किस हद तक भयावह रूप ले सकते हैं। पुलिस अब इस केस की हर एंगल से जांच कर रही है।



