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बिहार चुनाव 2025: पहले चरण के नामांकन की अंतिम तिथि, नॉमिनेशन में बढ़ी तेजी

 बिहार चुनाव 2025: पहले चरण के नामांकन की अंतिम तिथि, नॉमिनेशन में बढ़ी तेजी
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पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया तेज़ी से जारी है। कल, यानी शुक्रवार, 17 अक्टूबर को पहले चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन की अंतिम तिथि है। इस कारण गुरुवार को बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल किए, जिससे चुनावी मैदान में हलचल और भी तेज़ हो गई है। उम्मीदवारों के नामांकन के साथ ही प्रचार का दौर भी जोर पकड़ रहा है, जिसमें दोनों प्रमुख खेमे—एनडीए और महागठबंधन—से उम्मीदवार बड़ी संख्या में अपने समर्थन जुटाने के लिए सक्रिय हैं।

बिहार में इस बार दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना तय है, जिसमें कुल 121 सीटों पर वोटिंग होगी। इस चरण के लिए नोटिफिकेशन 10 अक्टूबर को जारी किया गया था और नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर निर्धारित की गई थी। वहीं, दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा, जिसमें 122 सीटें शामिल हैं। इस चरण के लिए अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी हुई थी और नामांकन की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर रखी गई है। दोनों चरणों की वोटिंग के बाद, 14 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे।

राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने भी चुनावी मैदान में कदम बढ़ा दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने गुरुवार को विभिन्न इलाक़ों में जाकर अपने-अपने उम्मीदवारों का समर्थन किया। बिहार के उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने मुंगेर जिले की तारापुर सीट से अपना पर्चा भरा। इसके अतिरिक्त, सड़क निर्माण मंत्री नितिन नबीन ने पटना जिले की बांकीपुर सीट पर नामांकन किया, वहीं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने नालंदा जिले से जेडीयू के उम्मीदवार के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया।

प्रमुख राजनीतिक दलों के बड़े नेता भी चुनावी झंझावात में कूद पड़े हैं। आरजेडी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी सिवान से चुनाव लड़ेंगे, जबकि दिवंगत पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब ने रघुनाथपुर सीट से अपना नामांकन भर दिया है। इन नेताओं के साथ ही, चुनावी मैदान में भाग लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है, जिससे चुनावी प्रतिस्पर्धा और भी दिलचस्प हो गई है।

वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपनी दूसरी सूची जारी कर दी है, जिसमें कुल 29 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इस घोषणा के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी पांच सहयोगी दल—भाजपा, जेडीयू, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक मोर्चा और एलजेपी(आर)—ने बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इससे यह साफ संकेत मिलता है कि सभी दल पूरी तैयारी के साथ चुनावी रण में उतरने को तैयार हैं।

बिहार में इन चुनावों का खास महत्व है, क्योंकि यहां की राजनीतिक समीकरण और सत्ता की दिशा तय करने में यह निर्णायक भूमिका निभाएंगे। चुनाव के दौरान नेताओं का जनता से जुड़ाव, प्रचार-प्रसार और मुद्दों पर बहसें जनता का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। पूरे राज्य में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, और हर पार्टी अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत के लिए पूरी मेहनत कर रही है। मतदान के बाद ही पता चलेगा कि जनता किसे अपना समर्थन देती है और नई सरकार का गठन कौन करेगा।

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