लखनऊ: योगी सरकार की कठोर नीति से उत्तर प्रदेश में अपराध नियंत्रण मजबूत
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में अपनी मजबूत और निर्णायक नीति का परिचय दिया है। पिछले आठ वर्षों में, प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए कठोर कदम उठाए गए हैं, जिनमें पुलिस एनकाउंटर, अपराधियों की गिरफ्तारी, आत्मसमर्पण, और विशेष अभियान शामिल हैं। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य प्रदेश को अपराधमुक्त और सुरक्षित बनाना है।
अपराध नियंत्रण में हुई उल्लेखनीय प्रगति
पिछले आठ वर्षों में, उत्तर प्रदेश में पुलिस ने 15,726 एनकाउंटर किए हैं। इन एनकाउंटरों में 256 दुर्दांत अपराधियों को मौत के घाट उतारा गया है। इन अभियानों के दौरान, 31,960 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे प्रदेश में अपराधियों की कमर टूट गई है। इसके अलावा, कई अपराधियों ने अपनी जान बचाने के लिए आत्मसमर्पण कर दिया है, जो कि सरकार के सख्त रवैये का प्रतीक है। इस दौरान, 10,324 घायल हुए हैं, जबकि 18 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। इसके अतिरिक्त, 1,754 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। यह आंकड़े इस बात को दर्शाते हैं कि पुलिस बल कितनी साहस और समर्पण के साथ अपराधियों का सामना कर रहा है।
प्रदेश में अपराधियों पर कार्रवाई की रैंकिंग
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और पुलिस जिलों में हुई कार्रवाई का विश्लेषण करें तो मेरठ जोन ने सबसे अधिक सफलता हासिल की है। इस जोन में 4,453 कार्रवाइयों के दौरान 85 अपराधी मारे गए हैं। मेरठ का यह रिकॉर्ड प्रदेश में पुलिस की मजबूत रणनीति और अपराधियों के प्रति सख्त रवैये का प्रतीक है। इसके बाद वाराणसी जोन दूसरे स्थान पर है, जहां 27 अपराधी मारे गए। आगरा जोन तीसरे स्थान पर रहा, जहां 22 अपराधियों को मारा गया। इन जिलों में विशेष अभियान और सतर्कता के कारण अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई संभव हो पाई है।
हाल के दिनों में निरंतर कार्रवाई
हाल के 20 दिनों में ही, प्रदेश में एक दर्जन से अधिक एनकाउंटर किए गए हैं। यह दर्शाता है कि सरकार और पुलिस बल अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को निरंतर बनाए रखे हुए हैं। अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई से आम जनता में सुरक्षा का माहौल बना है।
मिशन शक्ति के तहत भी जारी है अभियान
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए ‘मिशन शक्ति’ नामक विशेष अभियान शुरू किया है। इस मिशन के तहत, अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। महिलाओं के विरुद्ध अपराध, घरेलू हिंसा, और बाल अपराधों को रोकने के लिए विशेष सख्ती बरती जा रही है। इसके परिणामस्वरूप, महिलाओं और बच्चों का जीवन सुरक्षित बनाने में मदद मिली है।
सरकार की नीतियों का प्रभाव
योगी सरकार की इस जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम है कि प्रदेश में अपराध की घटनाएं कम हुई हैं। पुलिस का समर्पित प्रयास और कठोर कानून व्यवस्था के कदमों ने अपराधियों को खौफ में डाल दिया है। जनता का भरोसा फिर से बढ़ा है और प्रदेश में शांति का वातावरण बना है। उत्तर प्रदेश में पिछले आठ वर्षों में अपराध नियंत्रण के लिए सरकार की कठोर और निर्णायक नीतियों का व्यापक प्रभाव पड़ा है। पुलिस एनकाउंटर, गिरफ्तारी, आत्मसमर्पण, और विशेष अभियानों के माध्यम से अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। मेरठ, वाराणसी, और आगरा जैसे जिलों में हुई सफलता इस बात का प्रमाण है कि सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति प्रभावी साबित हो रही है। योगी सरकार की रणनीति और पुलिस बल की मेहनत से प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने का क्रम जारी रहेगा। जनता का जीवन सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा, ताकि उत्तर प्रदेश को एक आदर्श और विकसित प्रदेश बनाया जा सके।



