बिहार चुनाव: सीट बंटवारे के बाद NDA में नाराज हुए सीएम नीतीश कुमार! जदयू की बैठक बुलाई
राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। जब से सीट बंटवारे की घोषणा हुई है, तब से एनडीए के विभिन्न घटक दलों में नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर अपनी असंतोष व्यक्त किया है। अब खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नाराज हो गए हैं। वे अपनी पार्टी के लिए 103 से अधिक सीटें चाह रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें केवल 101 सीटें ही दीं। इसके अलावा, अभी भी कुछ सीटों को लेकर असंतोष बना हुआ है, जिनमें से अधिकांश सीटें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के खाते में दी गई हैं। उदाहरण के तौर पर, कदवा और सोनबरसा विधानसभा सीटें ऐसी ही हैं।
इन मुद्दों को लेकर सोमवार रात जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा के आवास पर एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में जदयू ने भाजपा से इन सीटों पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया है। वहीं, सूत्रों के अनुसार, आज दोपहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आवास पर पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करेंगे। चर्चा है कि नीतीश कुमार अपने कुछ करीबी नेताओं से नाराज हो गए हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर दी गई जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाने में असमर्थता दिखाई है, जिससे उनके मन में नाराजगी है।
बता दें कि जदयू ने इन विवादित सीटों पर अपने प्रत्याशियों को सिंबल भी दे दिया है। उदाहरण के तौर पर, कदवा से जदयू के पूर्व सांसद दुलालचंद गोस्वामी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन यह सीट लोजपा (राम) के खाते में दी गई। वहीं, सोनबरसा सीट से मंत्री रत्नेश सदा विधायक हैं, लेकिन सीट बंटवारे के बाद इसे भी लोजपा (राम) के खाते में दिखाया गया। हालाँकि, सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा को जदयू का सिंबल दे दिया, जिससे साफ हो गया कि मुख्यमंत्री एक सशक्त संदेश देना चाहते हैं कि पार्टी अपने उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे रही है।
इसके अलावा, जदयू ने सीट बंटवारे की घोषणा से पहले ही अपने उम्मीदवारों को सिंबल दे दिया है। इनमें भोरे से शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, सोनबरसा से मंत्री रत्नेश सदा, राजपुर से पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, जमालपुर से पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, वैशाली से सिद्धार्थ पटेल, मोकामा से पूर्व विधायक अनंत सिंह और झाझा से दामोदर रावत शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि रत्नेश सदा और अनंत सिंह आज गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर अपना नामांकन कर सकते हैं, जिससे इन सीटों पर पार्टी का मजबूत स्थान सुनिश्चित हो सके।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मनाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह खुद पटना आ रहे हैं। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन्हें मनाने की कोशिश कर रहा है। संभावना है कि जल्द ही अमित शाह और नीतीश कुमार के बीच बैठक हो सकती है।
बता दें कि एनडीए में सीट बंटवारे की घोषणा के बाद, भाजपा और जदयू को 101-101 सीटें मिली हैं, वहीं लोजपा (राम) को 29 सीटें दी गई हैं। इसके अलावा, हम और रालोमो को भी छह-छह सीटें दी गई हैं। इन सीटों के बंटवारे को लेकर अभी भी कई असंतोष और विवाद बने हुए हैं, जो फिलहाल सुलझने की दिशा में हैं।
सभी दल इस चुनावी जंग में अपने-अपने हितों का ध्यान रख रहे हैं, और नीतीश कुमार का नाराज होना इस बात का संकेत है कि सीट बंटवारे को लेकर अभी भी कई मुद्दे हल नहीं हुए हैं। यदि जल्द ही इन विवादों का समाधान नहीं निकला, तो यह एनडीए के लिए चुनौतियों को जन्म दे सकता है। अब देखना है कि भाजपा और जदयू के शीर्ष नेता इन मतभेदों को कैसे सुलझाते हैं और गठबंधन को मजबूत बनाते हैं।



