बलरामपुर के ” छांगुर बाबा ” गैंग पर एटीएस की बड़ी कार्रवाई , चार्ज शीट के सामने आए सनसनीखेज तथ्य
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में चल रहे धर्मांतरण गिरोह के खिलाफ एटीएस (Anti-Terrorism Squad) ने बड़ा खुलासा किया है। छांगुर उर्फ जमालुद्दीन, जो खुद को ‘छांगुर बाबा ’ कहता था ,और उसके साथियों के खिलाफ एटीएस की विशेष कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। इस चार्जशीट में कई चौंकाने वाले और आपराधिक तथ्य सामने आए हैं।
चार्जशीट के अनुसार ,छांगुर और उसका गिरोह गरीब और मजबूर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाता और डराता था। वे लोगों को “ जहन्नुम का भय ” दिखाकर इस्लाम अपनाने का प्रलोभन देते थे। इतना ही नहीं ,एटीएस ने पाया कि गिरोह ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म और शारीरिक शोषण जैसी घिनौनी हरकतें भी कीं।
एक पीड़िता ने बताया कि छांगुर ने उसके साथ छेड़छाड़ की ,जबकि उसके सहयोगियों ने बलात्कार किया। दूसरी पीड़िता ने भी अपने बयान में बलात्कार और जातीय अपमान का आरोप लगाया है।
एटीएस की चार्जशीट के मुताबिक, छांगुर और उसका गिरोह हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करता था और इस्लाम धर्म को “ सर्वश्रेष्ठ ” बताकर प्रचार करता था। गिरोह का उद्देश्य था — “ भारत की जनसंख्या का संतुलन बदलना और शरीयत आधारित कानून लागू कराना। ”
आरोपी लोगों को यह कहकर बहकाते थे कि इस्लाम अपनाने के बाद जीवन में समृद्धि आएगी। वे नीतू और नवीन रोहरा का उदाहरण देते थे , जिन्हें धर्मांतरण के बाद करोड़पति बताया जाता था।
एटीएस की जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह को विदेश से भारी धनराशि प्राप्त हुई।
चार्जशीट में बताया गया कि आरोपी नवीन रोहरा के बैंक खाते में दुबई से ₹23.61 करोड़ की रकम आई थी। इस राशि का बड़ा हिस्सा कोर्ट के कर्मचारी राजेश उपाध्याय और अन्य आरोपियों के खातों में ट्रांसफर किया गया। जांच में यह भी पाया गया कि गिरोह भूमि खरीद-फरोख्त के जरिए भी अवैध गतिविधियां चला रहा था।
एटीएस को छांगुर के पास से कई धार्मिक प्रचार सामग्रियां , किताबें और पंपलेट मिले हैं। इनमें इस्लाम धर्म की अच्छाइयों का बखान और हिंदू धर्म के खिलाफ अपमानजनक बातें लिखी थीं। बरामद पुस्तकों में ‘ शिजरए तैयबा ’ जैसी संदिग्ध धार्मिक सामग्री भी शामिल है।
एटीएस ने चार्जशीट में कुल 33 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। इनमें पीड़ित महिलाएं, पुलिस अधिकारी, और वे लोग शामिल हैं जिनसे जबरन धर्मांतरण का प्रयास किया गया था। गवाहों में संचित कुमार, राम नरेश मौर्य, नरेंद्र कुमार, जग प्रसाद, मनोज कुमार, छांगे उर्फ सागर, रमेश चंद्र और नंदराम जैसे नाम शामिल हैं।
एटीएस ने पहले भी छांगुर गैंग से जुड़े दो अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। वर्तमान में अन्य आरोपियों के खिलाफ विवेचना (जांच) जारी है। एटीएस सूत्रों के अनुसार , गिरोह के नेटवर्क की जड़ें विदेश तक फैली हैं और भविष्य में और भी गिरफ्तारियां संभव हैं।



