कोझिकोड में अमीबिक बुखार से 9 वर्षीय बच्ची की मौत, गुस्साए पिता ने डॉक्टर पर किया हमला
कोझिकोड: कोझिकोड, केरल — कोझिकोड जिले के थमरास्सेरी स्थित सरकारी तालुक अस्पताल में शनिवार को एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। 9 वर्षीय बच्ची की अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस नामक घातक बीमारी से मौत के बाद उसके पिता ने अस्पताल के एक डॉक्टर पर हमला कर दिया। इस घटना ने न केवल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भरोसे को भी चुनौती दी है।
बच्ची की मौत और पिता का गुस्सा
मामला 14 अगस्त का है, जब 9 वर्षीय बच्ची को अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस नामक गंभीर संक्रमण से पीड़ित पाया गया। उसकी स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू किया, लेकिन दुर्भाग्यवश, बच्ची की हालत बिगड़ गई और कुछ ही दिनों में उसकी मौत हो गई। बच्ची के पिता, सनूप, अपने बच्चे की मौत से गहरा सदमा महसूस कर रहे थे। उनका आरोप है कि अस्पताल में मौजूद डॉक्टर विपिन पीटी की लापरवाही के कारण उनकी बेटी की जान चली गई।
गुस्से का भड़कना और हमला
माना जाता है कि सनूप का गुस्सा इतना भड़क गया कि उसने अस्पताल में ही डॉक्टर विपिन पीटी पर मचेट से हमला कर दिया। इस हमले के दौरान अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल के स्टाफ ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया और घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया।
पुलिस की कार्रवाई
थमरास्सेरी पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्यवाही शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी पिता, सनूप, के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा। आगे की जांच जारी है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि न्याय सुनिश्चित हो सके। पुलिस ने कहा कि वे इस घटना के पीछे का कारण जानने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
अस्पताल प्रशासन का बयान
अस्पताल प्रशासन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि डॉक्टर विपिन पीटी सुरक्षित हैं और उन्हें कोई चोट नहीं आई है। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, ताकि ऐसी घटनाएं फिर न दोहराई जाएं। अस्पताल की ओर से यह भी कहा गया है कि वे इस घटना से बहुत दुखी हैं और वे अपने कर्मचारियों और मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे।
सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
यह घटना मेडिकल स्टाफ और मरीजों के बीच भरोसे पर भी प्रश्न खड़ा करती है। केरल सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घायल डॉक्टर को पूरा संरक्षण मिलेगा और इस तरह की घटना को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करें और मरीजों के प्रति जिम्मेदारी का परिचय दें।
चिंता का माहौल
कोझिकोड जिले में इस तरह की घटना से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और डॉक्टर समुदाय में चिंता का माहौल है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए, ताकि डॉक्टर और अन्य स्टाफ सुरक्षित रह सकें। यह घटना उन सभी के लिए एक चेतावनी है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है और मरीजों के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता का ख्याल रखना जरूरी है।यह घटना, जिसमें एक पिता का गुस्सा बच्चों की मौत के बाद अस्पताल के कर्मचारियों पर हमला कर देता है, यह दर्शाता है कि समाज में न्याय और भरोसे का संकट कितनी गहराई तक पहुंच चुका है। सरकार और अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि वे मेडिकल सुरक्षा, कर्मचारियों की सुरक्षा और मरीजों की देखभाल के प्रति अपनी जिम्मेदारी को और मजबूत बनाएं। इस दुखद घटना से यह भी संदेश मिलता है कि गुस्से और निराशा को सही तरीके से संभालना जरूरी है, ताकि किसी का जीवन खतरे में न पड़े और समाज में शांति और भरोसा कायम रहे।



