पवन सिंह ने पत्नी के आरोपों का किया खंडन, ज्योति ने पलटवार कर मीडिया के सामने आने की दी चुनौती
बिहार चुनाव के बीच भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में एक नई चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति के बीच चल रहा पारिवारिक विवाद अब मीडिया और जनता के बीच चर्चा का विषय बन चुका है। इस विवाद ने न केवल उनकी व्यक्तिगत जिंदगी को सुर्खियों में ला दिया है, बल्कि उद्योग में भी हलचल मचा दी है। आइए, इस खबर की पूरी जानकारी विस्तार से जानते हैं।
विवाद की शुरुआत
पवन सिंह, भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार, अपने अभिनय और गायकी के साथ-साथ अपनी जीवनशैली के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में उनके और उनकी पत्नी ज्योति के बीच गहरी खटपट की खबरें सामने आई हैं। बीते दिनों ज्योति ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने दिखाया कि उन्हें उनके ससुराल में घुसने से रोका जा रहा है। वीडियो में ज्योति ने आरोप लगाया कि उनके पति के घर पर उन्हें और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। यहाँ तक कि उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें ससुराल में धमकी दी गई कि यदि वे बाहर आईं तो पुलिस को बुलाया जाएगा। इसके साथ ही ज्योति ने पवन सिंह को मीडिया के सामने खुलकर बात करने की चुनौती दी है।
पवन सिंह का पक्ष
पवन सिंह ने इस विवाद पर अपना पक्ष रखते हुए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि जनता ही उनके लिए भगवान है और वह उनके मत का सम्मान करते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी पत्नी ज्योति का सम्मान किया है और बीते दिनों जब वह उनके सोसाइटी में गईं, तो उन्होंने उन्हें सम्मानपूर्वक अपने घर पर बुलाया। उन्होंने कहा कि बातचीत लगभग डेढ़ घंटे चली, जिसमें ज्योति ने केवल चुनाव लड़वाने का आग्रह किया। पवन सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके घर पर पुलिस सुबह से मौजूद थी, लेकिन वह किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए था, न कि किसी के दबाव में आकर कोई कार्रवाई करने के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाए गए भ्रम गलत हैं और वे अपने परिवार और जनता के प्रति पूरी जिम्मेदारी के साथ खड़े हैं।
ज्योति की चुनौती
ज्योति ने अपने पति के इन दावों का खंडन करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है। उन्होंने कहा कि जनता उनके और पवन सिंह के बीच के विवाद को जानने का हक रखती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि दोनों में से कोई भी सही है, तो मीडिया के सामने आकर इस विवाद का समाधान होना चाहिए। ज्योति ने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि यदि पवन सिंह उन्हें जीवनसाथी के रूप में स्वीकार करते हैं, तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके और पवन सिंह के बीच डेढ़ घंटे का संवाद का फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद है, जो उनके वाक्यों का समर्थन करता है। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वह पूरी तरह से अपने पक्ष को सिद्ध करने में सक्षम हैं और जनता के समक्ष आने को तैयार हैं।
विवाद का राजनीतिक और उद्योग पर प्रभाव
यह विवाद न केवल व्यक्तिगत जीवन का मामला है, बल्कि इसका असर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री और बिहार चुनाव पर भी दिखाई दे रहा है। पवन सिंह की लोकप्रियता और जनता के बीच उनकी छवि को देखते हुए, इस विवाद का राजनीतिक रूप से भी फायदा या नुकसान हो सकता है। उद्योग में भी इस तरह के व्यक्तिगत विवाद से कामकाज प्रभावित हो सकता है। कई फिल्म निर्माता और कलाकार इस पूरे प्रकरण को लेकर चिंतित हैं कि इससे उनकी छवि पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
सोशल मीडिया का अहम रोल
यह पूरा विवाद सोशल मीडिया की तेज़ी से वायरल हो रहा है। दोनों पक्षों ने अपने-अपने दावे और वीडियो पोस्ट कर जनता का ध्यान आकर्षित किया है। सोशल मीडिया पर आम जनता से लेकर उद्योग के लोग तक इस विवाद पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। कुछ लोग ज्योति के समर्थन में हैं, तो वहीं दूसरे पवन सिंह का पक्ष ले रहे हैं। इस विवाद ने स्पष्ट कर दिया है कि आज के डिजिटल युग में व्यक्तिगत विवाद भी सार्वजनिक चर्चा का विषय बन जाते हैं, और इससे जुड़े हर पहलू को जनता तक पहुंचाया जाता है।
यह विवाद अभी भी अनसुलझा है और दोनों पक्ष अपना-अपना पक्ष जनता के सामने रख रहे हैं। जहां एक ओर पवन सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है, वहीं ज्योति ने भी अपने हक के लिए आवाज उठाई है। इस पूरे प्रकरण का अंतिम निर्णय जनता और मीडिया के सामने ही होगा। यह मामला न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन का है, बल्कि यह भोजपुरी फिल्म उद्योग और बिहार चुनाव को भी प्रभावित कर सकता है। उम्मीद की जा रही है कि दोनों पक्ष जल्दी ही इस विवाद का समाधान करेंगे और अपने परिवार और कामकाज पर ध्यान केंद्रित करेंगे।



