नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल: हिंसक प्रदर्शन और भविष्य की चिंता
नेपाल में लोकतंत्र को लेकर स्थिति अब काफी जटिल हो गई है। 17 साल पहले लोकतंत्र की स्थापना के बाद से देश ने कई बार सरकारें बदली हैं, लेकिन यहाँ की राजनीतिक अस्थिरता और संकट अभी भी जारी है।
पिछले दो दिनों में हुए हिंसक प्रदर्शनों ने इस स्थिति को और खराब कर दिया है। प्रधानमंत्री केपी ओली की सरकार को प्रदर्शनकारियों ने झुकने पर मजबूर कर दिया है, और कई नेताओं को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा है।
सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के बाद नारेबाजी और विरोध तेज हो गया है, जिसमें कई नौजवानों की मौत हो चुकी है। नेपाल में युवाओं की संख्या बहुत अधिक है, और बेरोजगारी की समस्या भी गंभीर है।
इन हालातों ने देश में नई उम्मीदों को जगा दिया है, जबकि सरकार का दावा है कि वह शांति और स्थिरता के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। भारत ने भी इन घटनाओं पर चिंता जताई है और नेपाल यात्रा करने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इस संकट का समाधान निकट भविष्य में ही निकलने की उम्मीद है।



