नेपाल में राजनीतिक संकट: युवाओं का आंदोलन, कौन बनेगा नई सरकार का चेहरा?
नेपाल में चल रहे राजनीतिक संकट और जन आंदोलन का असर अब पूरे देश पर दिखाई देने लगा है। ओली के पद से हटने के बाद, यह सवाल उठ रहा है कि अब नेपाल में नई सरकार और प्रमुख नेता कौन होंगे। इस आंदोलन में तीन युवा नेता खास तौर पर चर्चा में हैं—पूर्व टीवी होस्ट और डिप्टी पीएम रवि लामिछाने, मेयर बालेंद्र शाह बालेन, और सामाजिक कार्यकर्ता सुदन गुरुंग।
इन युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन को तेज किया है और युवा वर्ग में गहरा समर्थन प्राप्त किया है। खासतौर पर काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह की लोकप्रियता बढ़ रही है। बालेंद्र शाह, जो एक रैपर, इंजीनियर और मेयर हैं, ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी नीति अपनाई है और जनता के बीच एक साफ-सुथरे नेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पद से इस्तीफा देने और नई राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर सकते हैं, जिससे उन्हें युवा वर्ग का समर्थन मिल रहा है।
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता सुदन गुरुंग ने सोशल मीडिया पर आंदोलन को संगठित किया है। वह ‘हामी नेपाल’ नामक संगठन के अध्यक्ष हैं, जिन्होंने 2015 के भूकंप के बाद समाजसेवा में कदम रखा। उनका मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार और अक्षम शासन के खिलाफ आवाज उठाना है।
इसके अलावा, रबी लामिछाने, जो एक पत्रकार और पूर्व गृह मंत्री हैं, इस संकट में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने युवा सांसदों का इस्तीफा कराकर सरकार को अस्थिर करने में मदद की है और युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं।
अब देखना होगा कि इन युवा नेताओं में से कौन नेपाल की नई सरकार की कमान संभालेगा। इन युवाओं का आंदोलन देश की राजनीति में बड़ा बदलाव लाने की दिशा में बढ़ रहा है।



