UPSC को पत्र लिखकर IPS के Documents जांचने की माँग
महाराष्ट्र में NDA के डिप्टी मुख्यमंत्री की गुंडागर्दी का मामला प्रकाश में आया है हाल ही में, डिप्टी सीएम अजित पवार ने एक महिला आईपीएस अधिकारी के खिलाफ धमकी दी थी, जिन्होंने अवैध खनन को रोकने के लिए कार्रवाई की थी। अजित पवार ने महिला आईपीएस को धमकी देते हुए कहा कि यदि उन्होंने अवैध खनन पर कार्रवाई जारी रखी, तो उसके परिणाम भुगतने होंगे।
अब खबर आ रही है कि उनके ही विधायक यूपीएससी को पत्र लिखकर महिला आईपीएस के दस्तावेजों की जांच करने की मांग कर रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम में, महिला आईपीएस की एकमात्र गलती यह थी कि उन्होंने अजित पवार की धमकी के बावजूद अवैध खनन पर कार्रवाई नहीं रोकी।
महिला आईपीएस ने अपनी ड्यूटी का पालन किया, लेकिन इसके कारण उन्हें न केवल धमकियों का सामना करना पड़ा, बल्कि उनके खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है। यह मामला महाराष्ट्र में सत्ता के दुरुपयोग और वर्दी का गलत इस्तेमाल का प्रतीक बनता जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल उठता है कि क्या इस तरह के ही महिला सशक्तिकरण का समर्थन किया जा रहा है? क्या देश में महिलाओं की भूमिका केवल दिखावे की है या उन्हें भी सत्ता के दबाव से मुक्त होकर अपना काम करने का मौका मिलेगा?
यह घटना महाराष्ट्र में शासन की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है और महिला अधिकारों एवं सशक्तिकरण के मुद्दे को भी उजागर कर रही है।



