लखनऊ में फर्जी IAS गिरफ्तार, सरकार और सिस्टम पर बड़े सवाल
लखनऊ – लखनऊ में पुलिस ने एक फर्जी आईएएस सौरभ त्रिपाठी को गिरफ्तार किया है, जिसने सरकार और सरकारी सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह आदमी बिना किसी अधिकारी के अनुमति के सरकारी ऑफिस और मीटिंग में घुस जाता था, खासतौर पर जहां विभागीय अधिकारी ही जा सकते हैं। ये फर्जी आईएएस अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालकर लोगों पर रौब जमाता था।
पुलिस ने बताया कि सौरभ हर महीने करीब 10 लाख रुपये खर्च करता था, जिसमें उसकी गाड़ियों, शानो-शौकत और खर्चे शामिल हैं। उसने कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई की है और पटना में एक एनजीओ से जुड़ा रहा। यहीं से उसने फर्जी आईएएस बनने का प्लान बनाया। उसने अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल भी आईएएस के नाम से बनाई थी। उसकी पत्नी भी किसी कंपनी में इंजीनियर हैं, जिनका वेतन करीब एक लाख रुपये है।
पुलिस की जांच में पता चला है कि सौरभ ने अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा सरकारी विभागों में ट्रांसफर, पोस्टिंग और ठेके दिलाने के नाम पर दलाली से कमाई। उसकी संपत्तियों का ब्यौरा नोएडा, मऊ, बिहार और अन्य जिलों में जुटाया जा रहा है। उसने मऊ, नोएडा और बिहार के कई मकान बनाए हैं।
सौरभ ने एक युवक को अपने पीएस के तौर पर रखा था, जिसे वह वेतन देता था, और वह खुद को आईएएस बताता था। उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनकी जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता कर रही है कि वह कैसे नगर विकास विभाग की बैठक में पहुंच गया, और वहां उसकी उपस्थिति कैसे संभव हुई।
पुलिस ने बताया कि उसके पास से छह गाड़ियां भी मिली हैं, जिनमें से इनोवा और फॉर्च्यूनर उसके नाम हैं। आगे की कार्रवाई के लिए गाड़ियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। साथ ही, उसके गिरोह में शामिल अन्य व्यक्तियों की भी तलाश जारी है, और अपराध से अर्जित संपत्तियों को भी जब्त किया जाएगा।



