प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा पद से बर्खास्त, अब कौन बनेगा नया पीएम?
बैंकॉक : थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा को संवैधानिक अदालत ने पद से बर्खास्त कर दिया है। अदालत के इस फैसले के बाद उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री फुमथाम वेचायाचाई को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। वे तब तक पद पर रहेंगे जब तक संसद नया प्रधानमंत्री नहीं चुन लेती।
क्यों हटाई गईं पैतोंगटार्न शिनावात्रा?
अदालत का फैसला थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद से जुड़ी एक फोन कॉल पर आया है। रिपोर्ट के अनुसार, शिनावात्रा ने कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन से बातचीत में उन्हें “अंकल” कहकर संबोधित किया और उनकी मांग मानने का आश्वासन दिया। इस कॉल के लीक होते ही देश में बवाल मच गया। आलोचकों का कहना था कि जब सीमा पर गोलीबारी में लोग मारे जा रहे थे, उस वक्त प्रधानमंत्री ने कंबोडिया के नेता के प्रति “अत्यधिक विनम्रता” दिखाई।
कोर्ट का फैसला
जून 2025 में 36 सीनेटरों के एक समूह ने अदालत में याचिका दायर की थी। उन्होंने शिनावात्रा पर गंभीर नैतिक उल्लंघन और संवैधानिक नियमों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। अदालत ने इसे उचित मानते हुए जुलाई में उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया और उनकी कैबिनेट भी भंग कर दी।
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच दशकों से सीमा विवाद चला आ रहा है। मई 2025 में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत सीमा पर झड़प में हो गई थी, जिसके बाद हालात और बिगड़े। दोनों देशों में गोलाबारी हुई और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा। शिनावात्रा ने इसी तनाव को कम करने के लिए हुन सेन को फोन किया था, जो उनके करियर का सबसे बड़ा विवाद बन गया।
शिनावात्रा की सफाई
लीक कॉल पर सफाई देते हुए शिनावात्रा ने कहा कि यह सिर्फ नेगोशिएशन का तरीका था। उन्होंने दावा किया कि उनका मकसद केवल सीमा पर शांति बनाए रखना था। लेकिन आलोचकों के अनुसार, इस बातचीत में उन्होंने अपने ही एक सैन्य कमांडर की आलोचना कर दी, जिससे स्थिति और खराब हो गई।
अब कौन बनेगा थाईलैंड का नया पीएम?
पैतोंगटार्न शिनावात्रा की बर्खास्तगी के बाद देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है। अर्थव्यवस्था अनिश्चितता के दौर में है और अब सबकी नजर नए प्रधानमंत्री की रेस पर है।
संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं:
- चाइकासेम नीतिसिरी (पूर्व न्याय मंत्री और अटॉर्नी जनरल, फ्यू थाई पार्टी)
- अनुतिन चार्नविराकुल (पूर्व गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री, भुमजैथाई पार्टी)
- पिरापन सलीरथविभागा (मौजूदा ऊर्जा मंत्री)
- जुरिन लक्सनाविसित (पूर्व उप-प्रधानमंत्री)
- प्रयुथ चान-ओचा (पूर्व प्रधानमंत्री)



